स्वामी विवेकानंद जी (Swami vivekananda) और उनके संदेश (Quotes) आज के युवाओं के लिए प्रेरणा के स्रोत (Source of inspiration) हैं।
आज के समय में यदि कोई व्यक्ति विवेकानंद जी के जीवन के बारे में और उनकी दी हुई शिक्षाओं (Teachings) के बारे में पढ़कर उन्हें अपनी Life में follow करता है तो उसे success प्राप्त करना अधिक आसान हो जायेगा।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज मैं स्वामी विवेकानंद जी के उन संदेशों (Messages of swami vivekananda) को आपके सामने रखूँगा जो किसी भी व्यक्ति के जीवन में नई ऊर्जा का संचार कर सकते हैं।
लेकिन स्वामी विवेकानंद जी के कथनों (Swami Vivekananda’s statements) को बताने से पहले मैं उनके बारे में आपको थोड़ी जानकारी दे देता हूँ।
स्वामी विवेकानंद जी के जीवन बारे में
About the life of Swami Vivekananda
Swami vivekanand |
स्वामी विवेकानंद जी का जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता में हुआ था। उनका वास्तविक नाम नरेन्द्र नाथ दत्त था। वे रामकृष्ण परमहंस के सबसे अच्छे शिष्य थे। उन्होंने अमेरिका स्थित शिकागो में 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से प्रतिनिधित्व किया था और वहां एक विश्व प्रसिद्ध भाषण (world famous speech) दिया था।
विवेकानंद को एक संत और युवाओं के प्रेरणास्रोत (Inspiration of youth) के रूप में जाना जाता है और इनके जन्मदिन (12 जनवरी) को राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day) के रूप में मनाया जाता है।
केवल 39 साल की उम्र में (4 जुलाई 1902) युवाओं को सफलता के सूत्र (success formulas) सीखने वाला यह अदभुत व्यक्ति इस दुनिया से विदा हो गया। लेकिन विवेकानंद जी की वह शिक्षाएं जो सफलता के मार्ग (success way) की ओर ले जाती है, आज भी जिन्दा हैं।
विवेकानंद जी की सबसे प्रेरणादायक कथन (inspirational message) है–
उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाये।
Arise, awake and stop not till the goal is reached.
आइये अब मैं आपको स्वामी विवेकानंद जी के हिंदी के उन उद्धरण (Swami vivekananda quotes in hindi) के बारे में बताता हूँ जो जीवन में सफलता (success in life) प्राप्त करने के लिए एक ऐसे पहिए का निर्माण करते हैं जिनके सहारे आपकी सफलता की गाड़ी बहुत आसानी से आपकी मनचाही मंजिल (Goal) तक पहुँच जाएगी।
सफलता के लिए स्वामी विवेकानंद के 10 सन्देश
Swami Vivekananda Quotes In Hindi About Success
1st
As you think, so will become
स्वामी विवेकानंद का एक अनमोल वचन : “आप जैसा विचार करेंगे, वैसे ही आप हो जायेंगे। यदि आप स्वयं को निर्बल मानेंगे तो आप निर्बल बन जाएंगे और यदि आप स्वयं को समर्थ मानेंगे तो आप समर्थ बन जायेंगे।”
स्वामी विवेकानंद जी की कही गयी यह बात हमारी thinking से related है। हम जैसा सोचते हैं, वैसे ही बन जाते हैं। जैसे विचार (thought) हमने अपने अतीत (past) में रखे थे, वैसे ही हम आज है और जैसे विचार हमारे आज हैं, वैसा ही हमारा भविष्य (future) होगा।
Law of attraction का rule भी यही कहता है कि जिस प्रकार की दुनिया हमारे विचारों की होगी, वैसी ही हमारी वास्तविक दुनिया भी होगी क्योकि हम जैसा सोचेंगे, वैसी ही चीजें हमारी ओर आकर्षित (attract) होंगी। हम जैसा सोचते हैं, वैसा ही करते हैं और जैसा करते हैं, वैसा ही हमें परिणाम प्राप्त होता है।
यदि बुरा सोचेंगे तो बुरा ही करेंगे और जब बुरा करेंगे तो परिणाम भी बुरा ही होगा। अतः अच्छा सोचने की आदत डालें, तभी कुछ अच्छा कर पाएंगे और जिसका परिणाम भी अच्छा ही होगा। कोई भी परिस्थिति हो, हमेशा अच्छा सोचें क्योकि जो लोग विपरीत परिस्थिति (adversity) में भी अच्छा सोचते हैं, वही सफलता को प्राप्त कर पाते हैं।
2nd
All universe powers are within you
Swami Vivekananda Anmol Vachan : “ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां हमारे ही भीतर हैं। वह हम ही तो हैं जो अपनी आँखों पर हाथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अन्धकार है! यही हमारे मस्तिष्क की शक्तियां सूर्य की किरणों के समान हैं। जब वह केन्द्रित होती हैं तो चमक उठती हैं।”
Swami vivekananda ji कहते हैं कि इस संसार की सभी बुरी और अच्छी शक्तियाँ (good and bad powers of the world) हमारे ही अंदर मौजूद हैं। जरुरत तो केवल उन अच्छी शक्तियों को पहचानने की है जिनके द्वारा हम कोई भी बड़ी सफलता (Big success) प्राप्त कर सकते हैं।
कुछ लोग ऐसे हैं जो अपने अंदर की शक्तियों (inner powers) की पहचान ही नहीं कर पाते और हमेशा अपने भाग्य (luck) को दोष देते रहते हैं। यह वही लोग हैं जो अपनी आंखों को अपने ही हाथों से बंद कर लेते हैं और कहते हैं कि यह संसार अंधकार से भरा हुआ है। ऐसे लोग कभी भी success प्राप्त नहीं कर पाते।
लेकिन यदि हम अपनी सभी अच्छी शक्तियों को अपने लक्ष्य (target) पर केन्द्रित कर देते हैं तो सफलता की तेज रोशनी से हमारा पूरा जीवन चमक उठता है। अतः जो लोग अपने अंदर की सभी अच्छी शक्तियों को पहचान लेते हैं और इन सभी शक्तियों को सफलता प्राप्त करने में लगा देते हैं, सफलता उनके कदम चूमती है।
3rd
Never lose hope
Swami Vivekananda ka Suvichar (सुविचार) : एक बार किसी व्यक्ति ने विवेकानंद जी से पूछा, “सब कुछ खोने से ज्यादा बुरा क्या है?” विवेकानंद जी ने कहा, “उस उम्मीद को खो देना जिसके सहारे हम सब कुछ वापस प्राप्त कर सकते हैं।”
स्वामी विवेकानंद जी ने यहाँ उम्मीद अर्थात आशा की किरण (light of hope) के बारे में बताया है। दोस्तों, आपने लोगों को यह कहते सुना होगा कि यह पूरी दुनिया उम्मीद (hope) पर ही तो टिकी हुई है। उम्मीद ही तो वह आग है जो तब भी रोशनी देती है जब असफलता (failure) का अंधेरा हमारे जीवन को घेर लेता है।
यह सत्य है कि यदि कोई व्यक्ति अपना सब कुछ खो दे, लोग उसकी बिलकुल भी सहायता न करें, वह बिलकुल अकेला हो जाये, उसे हर जगह अंधकार ही अंधकार दिखने लगे, तब भी यदि उस व्यक्ति के मन में एक भी उम्मीद की किरण (silver lining) बाकी हो तो वह उस उम्मीद की किरण की मदद से सब कुछ दोबारा प्राप्त कर सकता है।
अतः जीवन में सब कुछ खो देना इतना बुरा नहीं है जितना उस उम्मीद को खो देना जिसके बल पर सब कुछ फिर से प्राप्त किया जा सकता है।
4th
Only think about your target
स्वामी विवेकानंद का प्रेरणादायक कथन : “एक विचार लो। उस विचार को अपना लक्ष्य बना लो। उसके बारे में सोचो, उसके सपने देखो, उस विचार को जिओ, अपने दिमाग, मांसपेशियों, नसों और शरीर के हर हिस्से को उस विचार में डूब जाने दो तथा बाकी सभी विचारों को किनारे रख दो। यही सफल होने का तरीका है।”
Swami vivekananda ji ने यहाँ यह बताया है कि यदि आपको सफलता प्राप्त करना है तो अपना एक स्पष्ट लक्ष्य (clear goal) बनाओ। अब केवल एक ही विचार अपने मन में रखो कि कैसे भी हो, मुझे अपना लक्ष्य (target) जरूर प्राप्त करना है और उसे प्राप्त करने के लिए कार्य शुरू कर दो।
इसी विचार को लेकर सुबह में उठो, इसी को लेकर रात में सो जाओ। खाते समय, पीते समय इसी लक्ष्य के बारे में सोचो। अपने शरीर का रोम रोम अपने Goal को प्राप्त करने में लगा दो। आपका लक्ष्य आपकी जिंदगी बन जाये। जीवन के सारे रिश्ते अपने लक्ष्य के साथ जोड़ लो।
अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में इतना डूब जाओ कि बाकी कोई और विचार (thought) आपके दिमाग में प्रवेश करने की हिम्मत (courage) भी न कर सके। तब आपको सफलता 100% मिल जाएगी। यही सफलता की कुंजी (key to success) है।
5th
Talk to yourself
Swami Vivekananda Messages In Hindi : “खुद से दिन में कम से कम एक बार बात जरूर करें, अन्यथा आप दुनिया के एक अनूठे व्यक्ति के साथ बात करने का मौका खो दोगे। मनुष्य स्वयं अपने भाग्य का निर्माता है।”
स्वामी विवेकानंद जी ने यहाँ यह बताया है कि दिन में थोड़ा सा समय ऐसा भी निकालो जिस समय आप हों और आपके साथ आपके विचार हों। यह वह time होगा जब आप खुद से बातें करेंगे। यह वह समय होगा जब आप स्वयं के साथ मीटिंग करेंगे।
इस समय आप स्वयं से कुछ सवाल पूछें। सवाल पूछने वाले भी आप होंगे और उत्तर देने वाले भी आप ही होंगे। इस समय आप जो भी प्रश्न खुद से पूछेंगे, उनका सही उत्तर आपके अलावा कोई और नहीं दे सकता क्योकि आपके बारे में आपसे ज्यादा कोई और नहीं जानता। आप ही वह अनूठे व्यक्ति (unique person) हैं जो खुद के प्रश्नों के एकदम सही उत्तर दे सकते हैं।
रोज खुद के साथ कम से कम एक मीटिंग जरूर करें। आपके द्वारा की गई यह meeting आपके भविष्य को निर्धारित करेगी। इस meeting में आप जो तय करेंगे वही future में आपका luck बनेगा। इस प्रकार आप ही खुद के भाग्य के निर्माता है। (You Are the Creator of Your Destiny)
6th
Think only positive
स्वामी विवेकानंद का प्रेरणादायक सन्देश : “लगातार पवित्र विचार करते रहें। बुरे विचारों और संस्कारों को दबाने के लिए यही एकमात्र साधन हैं।”
Swami vivekananda ji ने यहाँ positive thinkingऔर negative thinking के बारे में बताया है। यदि आपको negative thinking ने घेर लिया है तो इसे दूर करने के लिए आपको केवल positive thinking को अपने जीवन में अपनाना है।
बहुत से व्यक्ति अपने अंदर के negative thought को हटाने के लिए तरह तरह के प्रयास करता है लेकिन सफल नहीं हो पाते क्योकि वह अपने बुरे विचारों (bad thoughts) को हटाने के लिए उन्ही बुरे विचारों पर अपने mind को concentrate करते है और सभी जानते हैं कि हम अपने mind को जिस चीज पर concentrate करते हैं, वह चीज हमारे जीवन में बार-बार आती है।
अतः विवेकानंद जी कहते है कि negative thinking को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है कि positive thinking को start कर दो। जब positive thinking आपके दिमाग में जगह बनाएगी तो negative thinking खुद ही अपना वजूद खो देगी।
7th
Nothing is impossible in the world
स्वामी विवेकानंद का प्रसिद्ध उद्धरण : “संभव की सीमा जानने का केवल एक ही तरीका है, वह यह है कि असंभव से भी आगे निकल जाओ।”
स्वामी विवेकानंद जी हमें बताते हैं कि इस दुनिया में आपके लिए क्या-क्या संभव है। इसे जानने का सबसे सरल तरीका (simple way) है कि असंभव से आगे निकल जाओ और वहां पहुँच जाओ जहाँ कुछ भी असंभव नहीं है। असंभव से आगे निकलते ही आपके लिए सब कुछ संभव हो जायेगा।
आपके अंदर वह सभी शक्तियां (powers) मौजूद है जिनके बल पर आप कह सकते है कि आपके लिए इस दुनिया में सब कुछ संभव है (everything is possible) अर्थात इस दुनिया में आपके लिए कुछ भी असंभव नहीं है (Nothing is impossible in this world)।
जब आप असंभव से आगे निकल जायेंगे तब यह जान जायेंगे कि जीवन में अपार संभावनाएं (Huge opportunities in life) मौजूद हैं। अतः खुद को इतना योग्य (able) बना लो कि आपके लिए कुछ भी कठिन न लगे, आपके लिए सब कुछ सरल हो जाये।
8th
Use everything in positive way
Swami Vivekananda Motivational Quotes : “जो अग्नि हमें गर्मी प्रदान करती है, वह हमें उसी गर्मी से नष्ट भी कर सकती है, यह अग्नि का दोष नहीं है।”
यहाँ Swami vivekananda ji हमें किसी भी चीज का उपयोग कैसे करें? इस बारे में बताते हैं। उन्होंने अग्नि (fire) का उदाहरण देते हुए बताया कि अग्नि हमारे लिए बहुत useful है।
जब तक हम अग्नि को उन कार्यों में लगाते हैं जिनका result अच्छा होता है, तब तक अग्नि हमारे लिए वरदान है लेकिन जब हम अग्नि का उपयोग गलत तरीके से करने लगते हैं तो वह किसी भी चीज को नष्ट कर सकती है और ख़राब परिणाम आ सकते हैं।
अर्थात अग्नि का काम गर्मी (heat) देना है, यह हम पर depend करता है कि हम उसका उपयोग खाना बनाने में करते हैं या अपना घर जलाने में करते हैं। अगर आपका घर जलता है तो यह अग्नि का दोष नहीं है क्योकि यह आपके ऊपर है कि आप अग्नि का उपयोग कैसे करते हैं।
9th
Always learn in life
Swami Vivekananda Inspirational Quotes : श्री रामकृष्ण जी मुझसे कहा करते थे, “जब तक मैं जीवित हूँ, तब तक मैं सीख सकता हूँ। वह व्यक्ति या वह समाज जिसके पास सीखने को कुछ नहीं है, वह पहले से ही मौत के मुँह में है।”
यहाँ स्वामी विवेकानंद जी अपने गुरु के कहे हुए शब्दों के बारे में बताते हुए कहते हैं कि जब तक कोई व्यक्ति जीवित रहता है तब तक उसके अंदर कुछ भी सीखने की संभावनाएं (learning possibilities) रहती हैं। किसी भी व्यक्ति का personality development हमेशा चलता रहता है।
जब तक व्यक्ति के अंदर कुछ नया सीखने की इच्छा (desire to new learn) रहती है, उसका डेवलपमेंट होता रहता है और जब उसके अंदर से कुछ नया सीखने की इच्छा (wish) समाप्त हो जाती है तब उस व्यक्ति को एक चलती फिरती लाश के समान माना जा सकता है।
यही बात किसी भी समाज (society) पर भी लागू होती है। कोई भी समाज कुछ नया सीखता हुआ समय के अनुसार खुद को ढालता चला जाता है, उस समाज का अस्तित्व हमेशा बना रहता है और जो कुछ नया नहीं सीखता, वह समाज अनेक परेशानियों के चलते पतन की ओर चलता चला जाता है। अतः हमेशा कुछ नया सीखते रहना चाहिए।
10th
Every truth is always truth
Famous Thoughts of Swami Vivekananda : “किसी भी सत्य को हजारों तरीकों से बताया जा सकता है। फिर भी हर तरीका सत्य ही बताएगा।”
यहाँ Swami vivekananda ji हमें बताते है कि किसी भी मंजिल (goal) तक पहुँचने के हजारों रास्ते हो सकते हैं। हम उस मंजिल तक पहुँचने के लिए कोई सा भी रास्ता (way) अपना सकते हैं। क्योकि हमारे द्वारा अपनाया गया कोई भी रास्ता हमें मंजिल तक पहुँचा देगा।
इस दुनिया में अरबों लोग हैं, सभी सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो यह possible है कि सफलता तक पहुँचने के भी अरबों रास्ते मौजूद हो। यदि सभी व्यक्ति अलग-अलग रास्ता भी अपनाएं तो एक दिन सभी को पहुँचना केवल एक ही मंजिल पर है। इसी प्रकार किसी भी सत्य (truth) को कितने भी तरीकों से बता दिया जाये लेकिन बताया गया हर तरीका सत्य के बारे में ही बताएगा।
अतः एक target बना लो और कोई भी एक अच्छा रास्ता चुन लो और दौड़ लगा दो और तब तक मत रुको जब तक आपको आपका टारगेट न मिल जाये।
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